उस्ताद राशिद खान प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे थे। 23 दिसंबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बीते कुछ दिनों से वे आईसीयू में भर्ती थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। शुरुआत में उनका इलाज मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में चला, लेकिन बाद में वे कोलकाता लौट गए थे।
शुरुआत में, उनका इलाज मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में हुआ था, लेकिन बाद में उन्हें कोलकाता में लौटना पड़ा। उनके संघर्षपूर्ण इलाज के बावजूद, उनका निधन हमें एक अद्वितीय संगीतीय दिग्गज की कमी का आभास कराता है। उनके साथी, उनके परिवार और सभी शोकाकुल साथीयों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं।
मशहूर शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार को 55 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। इस खबर के सामने आते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। देश की राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर दिग्गज हस्तियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा, ‘प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पद्म भूषण से सम्मानित, उस्ताद राशिद खान ने फ्यूजन की खोज और जुगलबंदियों का प्रदर्शन करके बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वह अपने पीछे शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी विरासत छोड़ गए। मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं’।
मशहूर शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार को 55 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। इस खबर के सामने आते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। देश की राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर दिग्गज हस्तियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा, ‘प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पद्म भूषण से सम्मानित, उस्ताद राशिद खान ने फ्यूजन की खोज और जुगलबंदियों का प्रदर्शन करके बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वह अपने पीछे शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी विरासत छोड़ गए। मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं’।